*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
(नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)
*🎈 🔷कार्तिक, कृष्ण पक्ष, तृतीया 🌙🙏*
*🎈दिनांक - 9अक्टूबर 2025 *
*🎈 दिन - गुरुवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - कार्तिक*
*🎈 पक्ष - कृष्ण पक्ष*
*🎈तिथि- तृतीया 22:53:50 रात्रि* तक तत्पश्चात् चतुर्थी*
*🎈 नक्षत्र - रोहिणी 23:57:11 रात्रि तत्पश्चात् मृगशीर्षा*
*🎈 योग - वरियान 08:51:45am* रात्रि तक तत्पश्चात् *
*🎈 योग परिघ -28:53:53 रात्रि तक तत्पश्चात् शिव*
*🎈करण -वणिज 12:36:57 pm* तक तत्पश्चात् बव*
*🎈 राहुकाल_हर जगह का अलग है- सुबह 01:49 pm से दोपहर 03:17 pm तक*
*🎈चन्द्र राशि- वृषभ*
*🎈सूर्य राशि- तुला*
*🎈 सूर्योदय - 06:32:45*am
*🎈 सूर्यास्त -18:11:22*pm*
*🎈 दिशा शूल -दक्षिण दिशा में*
*🎈 ब्रह्ममुहूर्त - प्रातः 04:53 से प्रातः 05:42 तक*
*🎈 अभिजित मुहूर्त- 11:59 ए एम से 12:45 पी एम*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 11:58 पी एम से 12:47 ए एम, अक्टूबर 10 तक *
*🎈 अमृत काल 03:47 पी एम से 05:12 पी एम
*🎈 व्रत पर्व विवरण शुक्रवार*
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*🛟चोघडिया, दिन🛟*
नागौर, राजस्थान, (भारत)
मानक सूर्योदय के अनुसार।
*🎈 शुभ - उत्तम-06:32 ए एम से 07:59 ए एम*
*🎈रोग - अमंगल-07:59 ए एम से 09:27 ए एम*
*🎈उद्वेग - अशुभ-09:27 ए एम से 10:54 ए एम*
*🎈चर - सामान्य-10:54 ए एम से 12:22 पी एम*
*🎈लाभ - उन्नति-12:22 पी एम से 01:50 पी एम*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-01:50 पी एम से 03:17 पी एम
*🎈काल - हानि-03:17 पी एम से 04:45 पी एम काल वेला*
*🎈शुभ - उत्तम-04:45 पी एम से 06:13 पी एम वार वेला*
*🛟चोघडिया, रात्🛟*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-06:13 पी एम से 07:45 पी एम*
*🎈चर - सामान्य-07:45 पी एम से 09:17 पी एम*
*🎈रोग - अमंगल-09:17 पी एम से 10:50 पी एम*
*🎈काल - हानि-10:50 पी एम से 12:22 ए एम, अक्टूबर 10*
*🎈लाभ - उन्नति-12:22 ए एम से 01:55 ए एम, अक्टूबर 10 काल रात्रि
*🎈उद्वेग - अशुभ-01:55 ए एम से 03:27 ए एम, अक्टूबर 10*
*🎈शुभ - उत्तम-03:27 ए एम से 05:00 ए एम, अक्टूबर 10*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-05:00 ए एम से 06:32 ए एम, अक्टूबर 10*
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🚩 *☀#जय गणेश☀*
*🌹जय मां सच्चियाय 🌹*
🚩#कार्तिक मास का महत्त्व!!🚩
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🌷🌷 कार्तिक मास माहात्म्य एवं पूजा विधि नियम 🌷🌷
🍁 कार्तिक मास 08/10/2025 से 05/11/2025
तक है🍁
शेष कल के भाग से आगे.....
08अक्टूबर बुधवार 2025 से
05 नवम्बर बुधवार 2025 तक
दीपावली पर भगवान गणेश भी
माता लक्ष्मी के पुत्र रूप में पूर्णानंद गणपति अवतार के
रूप में प्रकट हुए थे इसलिए भगवान गणेश की भी पूजा दीपावली पर की जाती है।इसी दिन भगवान राम अयोध्या आये थे।
दीपावली से पूर्व घर की साफ सफाई और सजावट की जाती है। प्रकाशोत्सव मनाया जाता है घर घर दीप प्रज्वलित किया जाता है। विभिन्न मिष्ठान बनाए जाते हैं और अपने स्वजनों को भेंट उपहार दिये जातें हैं।
कार्तिक शुक्ल देवोत्थान एकादशी से कार्तिक पूर्णिमा के
पांच दिनों में तुलसी जी के साथ भगवान लक्ष्मीनारायण की
बिशेष पूजा करें। तुलसी विवाह पूजा विधि विधान और अपनी श्रद्धानुसार करें।
इस मंत्र का करें जाप
महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी,
आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
तुलसी नामाष्टक मंत्र
वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।
पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।
एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।
य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।
ॐ भगवती तुलसी देव्यै विष्णुप्रियायै नमः।
ॐ श्रींं ह्रीं क्लीं ऐं श्रीं श्रीतुलसी देव्यै नमः।
ॐ श्रीत्रिपुरायै च विदमहे तुलसीपत्रायै धीमहि तन्नो:
तुलसी: प्रचोदयात्।
ॐ नमो नारायणाय वासुदेवाय।
ॐ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय ।
ॐ भगवती तुलसीदेव्यै विष्णुप्रियायै नमः।
ॐ ह्रीं ह्रीं श्रींं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय नमः।
ॐ नमो केशवाय ।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं श्रीं सिद्ध महालक्ष्म्यै नमः।
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दान करते समय रखें ध्यान, नहीं तो हो सकता है नुक्सान
1. कुंडली में सूर्य 7वें अथवा 8वें भाव में स्थित हो तो सूर्य उदय से पहले और सूर्य अस्त के बाद दान नहीं देना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
2. कुंडली में चन्द्रमा छठे भाव में हो तो धार्मिक स्थान में पानी की व्यवस्था के लिए दान नहीं देना चाहिए.
3. कुंडली के चौथे भाव में मंगल स्थित हो तो वस्त्र का दान नहीं देना चाहिए.
4. गुरु कुंडली के दशम भाव में हो तो मंदिर नहीं बनवाएं और न ही मंदिर की इमारत के लिए दान कार
5. कुंडली के दूसरे भाव में राहु हो तो तेल में तली हुई खाने की चीजों का दान न करें.
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6. कुंडली के 12वें भाव में बुध हो तो बेसन के लड्डू दान नहीं करने चाहिए.
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*☠️🐍जय श्री महाकाल सरकार ☠️🐍*🪷* मोर मुकुट बंशीवाले सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।*
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